चैंपियंस ट्रॉफी पर सट्टाबाजार में उथल-पुथल – भारतीय जीत के भाव खुले, पाक जीत का भरोसा
विवेक अग्रवाल।
मुंबई, 16 जून 2017।
देश के सट्टाबाजर को इस बार की आईसीसी चैंपियंस ट्राफी के मैचों ने दहला कर रख दिया है। ऐसा कभी होता नहीं था कि सट्टाबाजार जो भाव खोले, उसके सामने इस कदर उलटफेर हो जाए। पहले जहां इंग्लैड की जीत तय मानी जा रही थी, अब पाक और भारत के बीच फाईनल होने पर हंगामा मचा हुआ है। भारत और पाकिस्तान में जीत के लिए एक तरफ बुकियों ने अपने देश को हॉट फेवरेट रखा है, लेकिन मान कर चल रहे हैं कि जीत पड़ोसी देश की होगी।
जीत के भाव
भारत की जीत के लिए सट्टाबाजार में भाव 52 पैसे का खुला है तो पाकिस्तान की जीत के लिए यह भाव 1.80 रुपए है। इसका सीधा सा मतलब यही है कि भारत की जीत तय मानी जा रही है।
एक बुकि के मुताबिक जो टीम बैटिंग करेगी, वह 325 से अधिक रन ही बनाएगी, जिसके चलते बाद में खेलने वाली टीम के लिए इस बड़े स्कोर का पीछा करना खतरनाक साबित होगा।
हुआ नुकसान
बुकी का कहना है कि जिस तरह पिछले पांच – सात मैच हुए हैं, और रनों का अंबार लगा है, मैच में भारी मात्रा में उलटफेर हुए हैं, उसके चलते कई बुकियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। नुकसान के चलते ही दहिसर के एक बुकि ने ट्रेन से कूद कर आत्महत्या करने की कोशिश की थी लेकिन वह जिंदा बच गया तो यह बताया कि वह हादसे का शिकार हो गया था। कारण यह था कि वह इस बार काफी मोटी रकम हार चुका था।
इसके अलावा भायंदर में एक ने बुकि की होटल ग्रांड में आत्महत्या का मामला भी अभी तक शांत नहीं हुआ है। इसके मामले में तब नया मोड़ आ गया, जब परिवार वालों ने कहा कि बुकि ने आत्महत्या नहीं की है, हारी रकम की उगाही को लेकर हत्या हुई है। बुकियों का कहना है कि सट्टे में अंडरवर्ल्ड पूरी तरह से घुस चुका है, जिसके कारण न केवल बुकियों बल्की खेलियों में भी खासा डर पैठ गया है।
मैच फिक्सिंग
एक बुकि ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि आईपीएल में तो शत प्रतिशत मैच फिक्सिंग होती है। उसने कहा कि वरली सीफेस पर पिछले दिनों एक आईपीएल खिलाड़ी ने 50 करोड़ कीमत का फ्लैट खरीदा है। उसका कहना है कि एक आईपीएल खिलाड़ी के पास इतना पैसा कहां से आ रहा है कि इतनी कीमत के फ्लैट खरीद रहे हैं। वह ये संकेत दे रहा था कि मैच में फिक्सिंग के चलते ही खिलाड़ियों पर धन की बारिश हो रही है।
इस बुकि का कहना था कि इंग्लैड, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड की टीम के लिए सभी यह मानते थे कि वे फिक्सिंग में शामिल नहीं होंगे। चैंपियंस ट्रॉफी में जिस तर इन टीमों की हार हुई है, उसे देख कर लगता है कि वे सब भी फिक्सिंग के काले खेल में शामिल हो गए हैं। इसका कोई पुख्ता सबूत नहीं है कि साबित कर सकें। कितनी ही जांच करवाई जाएं, कोई फायदा नहीं होगा। खिलाड़ी जबरन कैच दे रहे हैं, जबरन आऊट हो रहे हैं, यह सब साफ दिखाता है कि क्रिकेटर अब देश के लिए नहीं, पैसे के लिए खेल रहे हैं।
भारत की हार संभव
एक तरफ सट्टाबाजार का मानना है कि फाईनल पर कुल मिला कर 10 हजार करोड़ रुपए का सट्टा होगा, वहीं दूसरी तरफ मैच फिक्सिंग के बादल छाए रहेंगे। इस फाईनल में भारत की हार होती है, पाक जीत जाता है तो किसी को अचरज नहीं होना चाहिए।
डरा सट्टाजाबाजर
आईसीसी चैंपियंस क्रिकेट ट्रॉफी पर खिलाड़ियों और प्रशंसकों में भारी उत्साह छाया है, वहीं सटोरियों में इसे लेकर छाया जोश ठंडा पड़ता जा रहा है। सटोरियों ने आईसीसी चैंपीयंस ट्रॉफी के लिए तैयारियां तो कीं लेकिन सेमीफाईनल तक मोटा नुकसान भी उठाया था।
शुरू में उन्हें लग रहा था कि भारत फाईनल्स में नहीं पहुंचेगा। बुकियों ने इंग्लैंड या ऑस्ट्रेलिया में से एक टीम के ट्रॉफी जीतने पर दांव लगाए थे। सटोरियों ने कप की जीत के लिए इंग्लैड को हॉट फेवरेट बताया था। उसका भाव 2.70 रुपए था, ऑस्ट्रेलिया 3.30 रुपए, दक्षिण अफ्रिका 4.40 रुपए, भारत का 4.70 रु., न्यूजीलैंड का 13 रु., पाकिस्तान का 21 रु., श्रीलंका का 40 रु., बांग्लादेश का 60 रुपए शुरूआती भाव खुला था।
40 हजार करोड़ के दांव
बुकियों के मुताबिक प्रति मैच लगभग 2,000 करोड़ रुपए के दांव लगे। सेमीफाईनल के हर मैच पर लगभग 3 हजार करोड़ रुपए तक दांव लगे। फाईनल में इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया मुकाबले पर जहां अधिकतम 6,000 करोड़ रुपए के दांव लगना तय था, तो अब भारत-पाक मुकाबले पर यह रकम 10 हजार करोड़ रुपए होगी।
पिछले दिनों खेले गए कुछ मैच में जिस तरह उलटफेर हुआ, बुकि इसे मैच फिक्सिंग का नतीजा मान रहे हैं। उनके मुताबिक जिस पैमाने पर उलटफेर हुआ है, वह बिना फिक्सिंग के संभव नहीं।