Drugs: विक्की गोस्वामी की गिरफ्तारी से ममता कुलकर्णी का भविष्य डांवाडोल!
इंडिया क्राईम
13 नवंबर 2014।
ममता कुलकर्णी के बारे में खबर लिखे जाने तक कीनिया सरकार और पुलिस कोई निर्णय नहीं ले सकी थी। वे यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि ममता का इस नशा गिरोह से सीधा संबंध हे या नहीं। इस मामले की गहन जांच जारी है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ममता तब तक देश छोड़ कर नहीं जा सकती हैं, जब तक कि वे संदेह के परे सबूतों के आधार पर निरपराध साबित नहीं होतीं। अगर उनके खिलाफ इस गिरोह का साथ देने का मामला बन गया तो फिर उन्हें भारत भेजा जा सकता है।
यदि उनके खिलाफ गिरोह का साथ खुले तौर पर देने का मामला बन गया तो विक्की व अन्य के साथ ही अमरीका भेजा जा सकता है, जहां उनके खिलाफ भी नशा तस्करी का मामला चल सकता है।
यह कहा जा रहा है कि विक्की पूरी ताकत से यह कोशिश करेगा कि किसी भी हालत में ममता के खिलाफ पुलिस कोई आरोप दर्ज न करे ताकी वह बाहर रह कर उनका मुकदमा लड़ सके और उनका बचाव कर सके।
क्या विक्की के लिए ममता बनी मुसलिम?
मुंबईया हिंदी फिल्मों की बेहद हसीन तारिका ममता कुलकर्णी के बारे में यह खबर आम रही है कि वे विक्की गोस्वामी को दुबई में नशा तस्करी के आरोपों से बचाने के लिए न केवल उसे मुसलिम पना चुकी हैं बल्कि उसका साथ देने और शादी करने के लिए खुद भी इस्लाम कबूल कर लिया था। यह बात और है कि इसकी पुष्टि न तो विक्की का अहमदाबाद में रहने वाला परिवार करता है, न ही ममता का मुंबई निवासी परिवार इस बारे में कोई बात करना चाहता है।
यह जानकारी भी तब मिली थी कि ममता अपने पति विक्की के साथ कीनिया चली गई थी। यह खबर कुछ अरसा पहले शाया होनी शुरू हुई थी कि ममता ने 2012 में गुजरात के सबसे बड़े नशा तस्कर विक्की गोस्वामी से शादी की है।
बता दें कि विक्की को 1997 में दुबई में मेंड्रेक्स बनाने का कारखाना चलाने और तस्करी करने के आरोप में पुलिस ने आठ महीने लंबे चले अभियान के बाद रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। विक्की को 11.5 टन मैंड्रेक्स तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया था।
खाड़ी देशों के कड़े कानूनों के कारण उसे होनी तो फांसी थी लेकिन इस्लाम कबूलने के कारण उसे उम्र कैद हुई। इसके बाद अच्छे चालचलन के नाम पर दाऊद इब्राहिम ने अपने संबंधों के जरिए विक्की को महज आठ सालों में ही जेल से बाहर करवा दिया। विक्की 15 नवंबर 2012 को दुबई जेल से रिहा हुआ था।
क्या ममता कुलकर्णी बनीं ममता खान?
कहा जाता है कि विक्की के जेल में रहते हुए ममता ने उसका खासा साथ दिया था। उसे न केवल कानूनी लड़ाई में पूरी मदद की बल्कि दुबई में उसकी तमाम संपत्ति और कारोबार का भी पूरी तरह से खयाल रखा था। इसके कारण ममता और विक्की इतने करीब आ गए थे कि सन 2012 में उन्होंने शादी करने का फैसला कर लिया था।
बताते हैं जेल में रहते हुए ही विक्की ने ममता से इस्लामिक तौरतरीकों से निकाह किया था। विक्की का दुबई में होटल कारोबार है, जिसका संचालन ममता ही करती रही है।
कहते तो यह भी हैं कि जब फिल्मों से ममता की बिदाई हो गई तो एक एनआरआई से विवाह कर वे अमरीका जा बसी थीं लेकिन कुछ ही अरसे में यह शादी टूट गई। इसका कारण यह भी बताया जाता है कि विक्की से रिश्तों की जानकारी होने कारण ही ममता के पति ने उससे संबंध विच्छेद करने में भलाई समझी थी। इसके बाद विक्की और ममता ने शादी की तथा दुबई में ही रहने लगे थे।
सुना तो यह भी जाता है कि ममता कुलकर्णी ने इस्लाम अपनाने के बाद अपना पारिवारिक नाम कुलकर्णी हटा कर खान जोड़ लिया था। इसकी पुष्टि भी आधिकारिक तौर पर किसी से नहीं हो पा रही है।
जब वे फिल्मों में थीं, मादकता का पर्यायवाची शब्द ममता ही बन चुका था। उनकी मादक अदाओं पर देश के तमाम पुरिष निछावर हुए जाते थे। उनमें विक्की का नाम भी शूमार बताया जाता है।
मादक ममता का मंदिर
दक्षिण भारतीय फिल्मों में जो जलवा ममता ने दिखाया था, उनके रूप के पुजारियों और भक्तो ने तो मिल कर ममता के मंदिर बनाने की जिद ठान ली थी। यह बात और है कि इसका खासा विरोध भी हुआ था।
ममता लंबे समय से रुपहले परदे से गायब हैं। वे आखिरी बार 2001 में फिल्म ‘छुपा रुस्तम’ में दिखी थीं। तब संजय कपूर के साथ उनकी जोड़ी लोगों ने काफी पसंद भी की थी। इसके बावजूद उन्हें फिल्में मिलनी बंद हो गई थीं। ममता अचानक तमाम फिल्मी दावतों के अलावा चर्चाओं से भी नदारद हो चलीं। वे मुंबई में दिखनी बंद हो गईं तो खोजबीन करने पर पता चला कि वे दुबई जा बसी हैं। उनका परिवार इस बारे में बात तक करना पसंद नहीं करता था।
फिल्मोद्योग में उन दिनों यह आम चर्चा थी कि ममता मानसिक रूप से काफी परेशान चल रही थीं और किसी मनोचिकत्सक से इलाज भी करता रही थीं।
एक पूर्ण नग्न फोटो का एक फिल्मी पत्रिका के कवर पेज पर छपना भी ममता के लिए खासी परेशानियां लेकर आया था। कहा जाता है कि इस कवर पेज के शाया होते ही उनके पास डी-कंपनी से फोन आने लगे थे।