Litreture

Litreture

हमने क्या पा लिया हिंदू या मुसलमां होकर, क्यों न इंसां से मुहब्बत करें इंसां होकर – नक़्श लायलपुरी

पलट कर देख लेना जब सदा दिल की सुनाई दे मेरी आवाज़ में शायद मेरा चेहरा दिखाई दे हिंदुस्तानी सिनेमा

Read More
Litreture

ज़िंदगी अपनी जब इस हाल में गुज़री ग़ालिब, हम भी क्या याद करेंगे कि ख़ुदा रखते थे – मिर्ज़ा ग़ालिब

ग़मे-हस्ती का असद किससे हो जुज़ मर्ग़ इलाज शम्अ हर रंग में जलती है सहर होने तक असद यानी मिर्ज़ा

Read More
ArticlesLitreture

आपके घरों में अकूत संपदा है, थोड़ा गरीबों को दीजिए – कोरोना के संकट में ईश्वर से प्रार्थना!

हे भगवान, जब-जब पृथ्वी पर विकट संकट आया है, तब-तब आपने अवतार धारण किया। वर्तमान में कोरोना महामारी से मानवता

Read More
ExclusiveLitreture

Books: ‘अदृश्य’ फिल्म का साहित्य रूप में आना, “अब नई गीता लिखें, जो कहे कि कहानी अमर होती है”

विशेष संवाददाता मुंबई, 29 जुलाई 2018। महानगर में आज साहित्य व फिल्मोद्योग में अनूठा प्रयोग पूर्ण हुआ, जिसका नाम है,

Read More
CrimeExclusiveLitretureMafia

93 मुंबई बमकांड की असली गुनहगार आईएसआई है – विवेक अग्रवाल, स्टोरी टेलर, इंदौर में

विवेक अग्रवाल की मुंबई के डांस बारों में काम करने वाली बारबालाओं की जिंदगी में झांकने के बाद लिखी पुस्तक

Read More
Web Design BangladeshBangladesh Online Market