अल्ट्रावायलेट – सी ओवन “नीलाभ” से नगर निगम इंदौर की सब्जियां वाईरस फ्री
संवाददाता
इंदौर, 06 मई 2020।
अल्ट्रावायलेट – सी ओवन “नीलाभ” के जरिए नगर निगम इंदौर की सब्जियां बैक्टीरिया या वाईरस फ्री की जा रही हैं।
यह अल्ट्रावायलेट सी (UVC) पर आधारित डिस-इन्फेक्टर ओवन है, जिसके उपचार से किसी भी इंसानी संपर्क या UV किरणों के मानवीय एक्सपोज़ हुए बिना सब्जियों को बैक्टीरिया फ्री कर जनता तक पहुँचाना आरंभ हो चुका है।
यह महज 30 सेकंड में एक क्विंटल सब्जियां बैक्टीरिया मुक्त करता है।
इंदौर महानगरपालिका के कमिश्नर सुश्री प्रतिभा पाल ने अपनी टीम और एडिशनल कमिश्नर श्रृंगार श्रीवास्तव के साथ इसका इस्तेमाल होते देखा।
उन्होंने इसे बहुत ही उपयोगी पाया और कहा कि इंदौर नगर निगम इसके जरिए पूरे शहर को सेनेटाईज़्ड सब्जी देना आरंभ करेगी।
सब्जियां हो गईं सुरक्षित
सनातन सस्टेनेबल सोलुशन के समीर शर्मा बताते हैं कि इस उपकरण की UV किरणें ओवन के अंदर ही एक्सपोज़ होती हैं। विकिरण बाहर नहीं आता है। यह पूरी तरह सुरक्षित है।
यह स्टेनलेस स्टील से निर्मित फ़ूड ग्रेड रॉ मटेरियल से बना है। इसके कराण यह फलों-सब्जियों के बैक्टेरिया डिसइंफेक्शन के लिए सबसे अच्छा तरीका है।
इस मशीन में मनुष्य पर कोई विकिरण नहीं पहुंचता है। ये UV किरणें एक पात्र में बंद रहती हैं।
इसमें ऑटो लिमिट स्विच है, जो केवल ट्राली के अंदर जाने पर ही ऑन होता है। मात्र 30 सेकण्ड में UV –C से कोई भी इलाका या सामान बैटरिया फ्री हो जाता है।
WHO और मेडिकल रिसर्च वैज्ञानिकों के अनुसार ब्रॉड स्पेक्ट्रम अल्ट्रावायलेट सी (UVC) किरण जीवाणु और वायरस नष्ट करने में खासे प्रभावी हैं।
पारंपरिक UV किरणों का इस्तेमाल सर्जरी उपकरण कीटाणुमुक्त करने में भी होता है।
यह किरण मनुष्य पर उपयोग में नहीं लाई जा सकती हैं। यह केवल वस्तुओं, खाद्य, पदार्थों, दवाओं, सर्जिकल इंस्ट्रूमेंट्स और सर्फेस को बैक्टीरिया फ्री करने का सबसे उत्तम साधन है। यही आगे भविष्य में सभी जगहों पर लगाने वाला तकनीकी समाधान है।
समीर शर्मा बताते हैं कि यह अलग अलग कारों में घरों, दुकानों, स्कूलों, कैंटींनों, होटलों, रेस्टोरेंट, एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशनों और ऑफिसों में भी उपयोग में आएगा।
अल्ट्रा वायलेट किरणें और उनका इस्तेमाल
दिखने वाली रोशनी, इंफ्रारेड और रेडियो-वेव्स की तरह ही अल्ट्रा-वायलेट लाइट भी एलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन है।
UV लाइट 4 से 400 नैनोमीटर तक वेवलेंथ के साथ वायलेट लाइट और एक्स किरणो के बीच होता है।
UV ओवन “नीलाभ”
यह UV ओवन है। यह अल्ट्रावायलेट-सी किरण सिद्धांत पर आधारित है।
इससे हर तरह के बैक्टीरिया एवं वायरस पलक झपकते ही समाप्त हो जाते हैं।
इस उपचार से सब्जियों की शेल्फ लाइफ भी बेहतर हो जाती है !
कैसे होती है सब्जियां डिसइन्फेक्ट?
इस ओवन में अल्ट्रावायलेट-सी स्पेक्ट्रम लगा है।
कंट्रोलर्स और टाइमर की मदद से इस मशीन का नियंत्रिण होता है।
यह ऐसे डिजाइन किया है कि ऑपरेटर्स पर UV एक्सपोज़र नहीं होता। यह पूर्ण रूप से सुरक्षित है।
ट्रॉलियों से सब्जी के पैकेट बारी-बारी ओवन में 30 सेकण्ड के UV एक्सपोज़र में भेजी जाती हैं।
यह फल, सब्जियों और खाद्य पदार्थों पर पूरी तरह सुरक्षित है। इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं है।
इलोनाइज़ युनिवेर्सिटी USA द्वारा किए और International Journal of Food Science and Nutrition Engineering 2012 में प्रकाशित एक रिसर्च के मुताबिक UV को भोजन को जीवाणुओं से बचाने के लिए सबसे बेहतर उपायों में से एक बताया है।
नीलाभ चालू करते ही अल्ट्रावायलेट-सी किरणें अंदर रखी वस्तुओं में छिपे बैक्टीरिया या वायरस पूरी तरह खत्म करता है।
इसमें कोई भी भोजन सामग्री, कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण मसलन मोबाइल, घड़ी, आईपॉड वगैरह भी बिल्कुल खराब नहीं होते हैं।
कैसे बना नीलाभ?
प्रधानमंत्री के आह्वान पर कोविड1-9 से लड़ने के लिए समीर शर्मा को नीलाभ का आइडिया सूझा।
अपनी टीम के साथ उन्होंने इसका कांसेप्ट और प्रोडक्ट दो हफ़्तों में बना दिया।
DRDO, भारत सरकार भी UV से बना ऐसा ही उपकरण बना रही है। इसे सबसे असरदार ड्राय डिसइंफेक्टर माना जाता है।
यह आइडिया भारत सरकार को भी COVID-19 सोल्यूशन हेतु सबमिट किया है।
सबसे पहले इंदौर नगर निगम ने इसे जनहित में लागू किया है।
इंदौर में पहला UV ओवन लग चुका है। सभी सब्जी केंद्रों पर भी अगले कुछ दिनों में लगाया जाएगा।
समीर शर्मा
सायबर कंसलटेंट, मेंटर और पॉजीटिव जर्नलिस्ट
माइक्रोसॉफ्ट, ओरेकल और सिस्को से सर्टिफाइड टेक्नोक्रेट
संपर्क – unitetheworld@gmail.com