एक लुटेरा गिरोह के पीछे 4,500 पुलिस बल, फिर भी नतीजा शून्य
संवाददाता
भोपाल, 26 सितंबर।
भोपाल में लुटेरों की एक गिरोह ने पुलिस के नाक में दम कर दिया है। पिछले एक महीने में इस गिरोह ने शहर में लूट की 10 वारदातें अंजाम दी है। इस गिरोह को पकड़ने के लिए साढ़े चार हजार जवानों वाली राजधानी पुलिस ने पूरी ताकत लगा दी, इसके बावजूद पुलिस लुटेरों को पकड़ने में नाकाम है।
राजधानी में लुटेरों का ऐसा गिरोह सक्रिय है, जो एक महीने से लगातार लूटपाट कर रहा है। बाइक सवार दो लुटेरे शहर भर में महिलाओं को निशाना बना रहे हैं। भोपाल पुलिस ने लुटेरों की पहचान सीसीटीवी कैमरों में कर ली है। चौंकाने वाली बात यह है कि सुराग मिलने के बाद भी लुटेरे पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं।
ये लुटेरे एक महीने में दस से ज्यादा लूट की वारदात कर चुके हैं। भोपाल के साढ़े चार हजार पुलिस अधिकारी व कर्मचारी लुटेरों के इस गिरोह के आगे बौना साबित हो रहे हैं। लुटेरों की धरपकड़ के लिए पुलिस ने शहर में चेकिंग प्वाइंट लगाए, सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी, सादी वर्दी में विशेष अभियान चलाए, इसके बावजूद नतीजा शून्य रहा।
लुटेरे गिरोह को पकड़ने में नाकाम भोपाल पुलिस ने अब अपराध शाखा को इन्हें पकड़ने की जिम्मेदारी सौंपी है। अपराध शाखा ने अपने स्तर पर लुटेरों की तलाश शुरू कर दी है। अब सवाल उठने लगा है कि आखिरकार एक लुटेरा गिरोह के आगे भोपाल पुलिस कमजोर क्यों साबित हो रही है।
Courtesy: Attack News, Ujjain