Books: अछूत कुत्ता: सामाजिक कुरीतियों पर कलम का प्रहार
सबसे पहली बात यह कि सच को सच कहें। सत्य का उद्धाटन करें। सच लिखते समय न कलम थर्राएं, न रुकें। न उस समाज का भय हो, जो कुरीतियों को जन्म देता और पालता-पोसता है। अछूत कुत्ता कहानी-किस्सों की किताब भर नहीं, समाज में फैली गलत रीतियों के खिलाफ बगावत है। कुरीतियों पर कलम का कठोर आघात है।
भारत ही नहीं, पूरा विश्व अजब-गजब किस्म की परंपराओं और रीतियों से भरा है। उनके पीछे वैसे ही अजब-गजब तर्क भी पेश किए जाते हैं। अजब दुनिया है… जितनी रंगीन है यहां जिंदगी… उतने ही काले रंग हैं यहां जीवन में। कुछ बुरे रिवाज इस समाज में भी हैं, जो बनाते हैं इंसान को हैवान… और ये हैं अभिशप्त देश-दुनिया के कुछ श्राप।
ऐसा सिर्फ भारत में नहीं हो रहा। सारी दुनिया कुरीतियों से शापित हो चली है। इन अभिशाप ने न केवल महिलाओं बल्कि पुरुषों का भी जीवन जहर से भर दिया है। इनकी आग में आज भी कई जिंदगियां जल कर खाक हो रही हैं।
आलम ये है कि हर जगह अपनी जरूरत के हिसाब से परंपराएं और रीति-रिवाज लोगों ने बना लिए। ये वक्त के साथ कुरीतियों बन चलीं। लोगों को इन कुरीतियों के दरदरे पत्थरों के नीचे कुचलते और पीसते समाज की मुखालफत भी जरूरी है। अछूत कुत्ता किताब में इन पर न केवल लेखक ने गहरी नजर डाली है बल्कि उनके खिलाफ कलम से आंदोलन खड़ा करने की कोशिश की है।
एक देश, जहां औरतों को जहां मां दुर्गा का अवतार मान पूजा होती है, मां सरस्वती मान सर माथे लेते हैं, मां लक्ष्मी मान घर में बसाते हैं… उसी स्त्री को कुलटा, निपूती, डायन… उनके साथ न जाने किन-किन रिवाजों, रस्मों, परंपराओं, रीतियों, विधानों, नीतियों, नियमों, रवायत, धर्म, मर्यादा के नाम पर, न जाने क्या-क्या कहते हुए अत्याचार करते हैं।
कहीं पिता की हत्या करते बेटे-पोते है, कहीं औरत के जिस्म दागते पुरुष हैं, कहीं स्त्री को डायन बना कर कूटती भीड़ है, कहीं तीन तलाक का पत्थर मारते शौहर हैं, कहीं बूढ़ी मां को ‘ठाठ’ से मरने के लिए वृद्धाश्रम में फेंकते बेटे हैं, कहीं बेटा न होने पर लड़की की बच्चा-पोशी करते बाप हैं, कहीं विकलांग बहन को गोलट के नाम पर किसी और के गले मढ़ते भाई हैं, कहीं बूढ़ी बीवी का हलाला करवाने के चक्कर में किसी की हसरतें हलाल करते खाविंद हैं।
इन सबका कच्चा चिट्ठा पेश करती किताब अछूत कुत्ता आपका अंतस आलौकित भी करेगी, आंदोलित भी करेगी।
कहानियां | (कुल 36) | |||
अर्धसत्य | अछूत कुत्ता | अग्निपरीक्षा | आंसू पुंछाई | ऑनर किलिंग |
गरीब की बेटी | गोलट | चादर | टैक्सी | ठेका |
डायन | तीन पत्थर | नथ | नसबंदी | नाड़ा बाबा |
पराया | पापी बाप | बच्चा पोशी | बीयर कोर्ट | मन का मैला |
मायके की साड़ी | सद्गति | विधवा | शहद | बेचन उजाड़ |
पांचाली | योग्य वर | रखैला | कौमार्य | ओवरी |
फारुक मजनूं | ठाठ | मुहाफिज |