Umesh Pal Murder: एमपीएमएलए कोर्ट में उमेश पाल और अतीक अहमद के बेटे असद में झगड़ा बना कारण?
इंद्रजीत गुप्ता
प्रयागराज, 27 फरवरी 2023।
बसपा विधायक राजू पाल के मुख्य गवाह उमेश पाल हत्याकांड में जानकारी निकल कर आ रही है कि इस हत्याकांड के पीछे प्रयागराज के बाहुबली सांसद अतीक अमहद के एक बेटे असद के साथ अदालत के बाहर हत्प्राण से बहस और विवाद होना भी एक कारण रहा है।
सूत्रों के मुताबिक उमेश पाल की गवाही एमपी-एमएलए कोर्ट, इलाहाबाद में हत्या के दिन होनी थी। घटना के दिन उमेश पाल तकरीबन ढाई बजे एमपी-एमएलए कोर्ट पर गया। एमपी-एमएलए कोर्ट के बाहर उसकी मुलाकात असद से हुई।
सूत्रों का कहना है कि अतीक अहमद का छोटा बेटा असद भी गवाही सुनने वहां अपने वकीलों के साथ आया था। इसी बीच उमेश पाल भी वहां आया। अदालत के बाहर ही उमेश पाल, असद और उसके वकीलों में बातचीत होने लगी। किसी कारणवश उमेश और असद में बातचीत में गर्मी आने लगी। बात बिगड़ती चली गई और उनके बीच बातचीत का माहौल खराब होने लगा। तूतड़ाक होने लगे। बात इतनी खराब हो गई कि कोर्ट परिसर में ही गाली-गलौज होने लगी। हालात बिगड़ते देख कर असद के वकीलों व उमेश पाल के साथियों-वकीलों ने बीच-बचाव किया। उन्हें एक-दूसरे से दूर कर दिया।
बताया जा रहा है कि असद को यह बात नागवार गुजरी। उसने फैसला कर लिया कि आज उमेश का काम तमाम कर देंगे। इस सूत्र का कहना है कि इसी कारण उसने तुरंत अपने साथियों को फोन लगा दिया। कोई नहीं जानता कि असद की उसके साथियों के क्या बात हुई थी लेकिन सूत्रों का कहना है कि असद ने उमेश पाल का काम तमाम करने का आदेश जारी कर दिया। उसने अपने बंदों से संभवतः कहा कि इस आदमी ने मुझे आज गाली-गलौज किया है। उसके गुर्गे तुरंत तैयार हो गए। उसने तुरंत दो गुंडों को उमेश पाल के घर के पास सेटिंग करके खड़ा कर दिया। कुछ गुंडों को असद ने सामान के साथ बुलाया।
इनमें गुड्डू मुस्लिम और सिविल लाइंस निवासी अरमान को बाइक पर बुलाया। बाइक अरमान चला रहा था जबकि पीछे गुड्डू मुस्लिम एक काले बैग में बम लेकर आया। गुड्डू मुस्लिम भी पिस्तौल लेकर आया। वे लोग को कचहरी के बाहर जमा हुए। खुद असद गाड़ी में बैठा और उसके साथ मोहम्मद गुलाम बैठा, जिसके पास लंबी नली वाली बंदूक थी। वह क्रेटा कार में आया था।
सूत्रों का कहना है कि ये सब एमपी-एमएलए कोर्ट के बाहर उमेश पाल का इंतजार करते रहे। उमेश पाल की गवाही तकरीबन 4:30 बजे खत्म हुई। उमेश पाल कार में बैठ कर घर के लिए रवाना हुआ। असद, मोहम्मद गुलाम, अरमान और गुड्डू मुस्लिम ने उमेश पाल की कार का पीछा किया। उधर दो लोग उमेश पाल के घर के बार पहले से ही सेटिंग में खड़े थे। उसमें से एक बंदा हथियार लिए इलेक्ट्रॉनिक दुकान में खड़ा था। दूसरा बंदा सड़क पर ही सामान खरीदने का अभिनय करते हुए प्लास्टिक की एक थैली लिए खड़ा था।
कार घर के सामने सड़क पर रुकी, फोन पर किसी से बात करते हुए उमेश पाल दरवाजा खोल कर बाहर निकला। सड़क पर पहले से खड़े हमलावर ने उमेश पाल पर गोली चला दी। उसे गोली चलाता देख इलेक्ट्रिक दुकान में मौजूद हमलावर भी बाहर आया और उमेश व गार्ड पर ताबड़तोड़ गोलियां चलानी चालू कर दी। यह देख कर उसका बॉडीगार्ड संदीप निषाद ने उमेश पाल को बचाने की कोशिश की।
हमलावरों ने संदीप निषाद को भी गोली मारीं। वह भी गोली लगने से घायल हो गया। जमीन पर गिरा उमेश पाल मौके से उठ कर घर के अंदर की तरफ भागा लेकिन उसके पीछे गुड्डू मुस्लिम बम लेकर भागा। उसने तुरंत बम चलाने शुरू कर दिए।
इन सूत्रों का कहना है कि अतीक अहमद का बेटा तुरंत कार से निकल कर पिस्टल लोड करते हुए उमेश के घर की तरफ भागा। उसके भी कई गोलियां चलाईं। उसका दोस्त मोहम्मद गुलाम पीछे क्रेटा कार से उतर कर सड़क पर खड़े लोगों को डराते हुए बंदूक लहराता है। वह सबको धमका कर रोकता है।
उमेश पाल पर सिर्फ 45 सेकेंड के अंदर हमला करके सभी हमलावर भाग जाते हैं।
माना जा रहा है कि उमेश पाल की एमपी-एमएलए कोर्ट में असद से वाद-विवाद और गाली-गलौज नहीं हुआ होता. तो शायद उमेश पाल की हत्या ना हुई होती।
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All Photographs: Screen grabs of CCTV Footage