सकारात्मक बनाम नकारात्मक
समय का फेर कैसा होता है, देख लीजिए
कोई अपराध नहीं फिर भी सजा भोग लीजिए
बीमारी आती है चली जाती है, ऐसा होता रहता है
पर इसके बहाने हो रही साजिशें भी देख लीजिए
अगर कोई नंगा होने चला है तो कीजिए उसकी तारीफ
देखा-देखी आप भी अपने कपड़े उतार दीजिए।
इन दिनों ये दो शब्द बहुत गूंज रहे हैं,
इन दिनों गरम तवा बन गया है पूरा देश
लोग इन शब्दों को उलट-पलट कर भून रहे हैं।
– ऋषिकेश राजोरिया
Rishikesh Rajoria FB post on 2020, April 8 at 7:42 PM
लेख में प्रकट विचार लेखक के हैं। इससे इंडिया क्राईम के संपादक या प्रबंधन का सहमत होना आवश्यक नहीं है – संपादक