Mumbai Mafia: धोबी ने इज्जत उतार दी मुंबई के डॉन वरदराजन मुदलियार की
इंद्रजीत गुप्ता
मुंबई, 25 मई 2022
वरदराजन मुदलियार का मुंबई के माटुंगा इलाके में एकछात्र राज था। मुंबई में लंबे अरसे तक तस्कर सम्राट हाजी मस्तान ने राज किया। लेकिन एक नाम ऐसा है, जिसे खुद मस्तान ने माफिया बनाया – वो है वरदराजन मुदलियार उर्फ वरदा दादा। इस बड़े डॉन की इज्जत भी एक बार मुंबई के एक धोबी ने उतार दी थी।
पहला हिंदू डॉन
वरदराजन के सिर पर मस्तान का हाथ होने से उसने दो दशक तक मुंबई के बड़े इलाके पर राज किया। कहा जाता है कि वह मुंबई अंडरवर्ल्ड का पहला हिंदू डॉन था।
80 के दशक में वरदराजन मुंबई की काली दुनिया का सबसे बड़ा नाम बन चुका था। वह माटुंगा में हर साल भव्य गणेश पूजा का आयोजन करवाता था।
वरदा का वारंट
इसी समय मुंबई पुलिस के अधिकारी वाईसी पवार ने वरदराजन को निशाना बनाया। वाईसी पवार से वरदराजन बहुत खौफ खाता था। वाईसी पवार ने वरदराजन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट निकाला लेकिन वरदा के खबरी पुलिस में थे, जिनसे इस वारंट की खबर उसे वक्त रहते मिल गई।
वरदा तुरंत घर से जिस हाल में था, निकल भागा। वह सीधे दक्षिण मुंबई के मुसाफिरखाना में मस्तान के डायमंड क्लब पंहुचा।
मस्तान ने उससे पूछा कि इस हाल में कैसे? वरदा ने पूरी दास्तान मस्तान को सुनाई और कहा कि बहुत मुश्किल से छुप कर यहाँ तक पहुंचा हूं, मुझे छुपने की जगह चाहिए।
मस्तान ने कहा कि अपने क्लब में किसी पुलिस वाले की हिम्मत नहीं कि आ जाए, तुम यहां बिंदास रहो।
धोबी का धोबीपछाड़
वरदराजन डायमंड क्लब में रहने लगा। दो-तीन दिनों बाद वरदराजन ने अपने कपडे डायमंड क्लब के बाहर एक लांड्री में दिया धोने के लिए दिए। दूसरे दिन सुबह-सुबह नहा कर वरदराजन लांड्री पर गया। उसने लांड्री वाले से कहा कि मेरा देना।
लांड्री वाले ने उसके कपड़े निकल कर दे दिए। वरदराजन ने मैले कपड़े उतार कर साफ़ कपड़े उसी लांड्री वाले के सामने बदले लिए। मैले कपड़े उसे देकर कहा कि इसे धो देना।
जब वरदराजन जाने लगा तो लांड्री वाले ने वरदराजन से पैसे मांगे। वरदराजन ने कहा कि बाद में देता हूं।
इस पर तब लांड्री वाले ने कहा बाद में क्यों, अभी चाहिए। यह सुन कर वरदराजन को गुस्सा आ गया और उसने जोर से कहा कि तू मुझे पहचानता नहीं है क्या… में वरदराजन हूं, वरदराजन…
लांड्री वाले ने पलट कर जवाब दिया कि मैं किसी वरदराजन को नहीं पहचानता… कपड़े के पैसे दीजिए और जाइए…
शोरगुल ज्यादा हुआ तो आसपास के लोग जमा हो गए। हंगामा और शारगुल सुन कर लांड्री मालिक ऊपर से नीचे आया। सामने वरदराजन को देख कर उसके हाथ-पांव ढीले पड़ गए। उसने तुंरत अपने नौकर से कहा कि चुप रहो। उसने हाथ जोड़ कर वरदराजन से कहा कि नया-नया आया है, आपको पहचानता नहीं है… आप जाईए…
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