खेल खल्लास: कालिया एंथोनी : वरदा का माल लूटने वाला दुस्साहसी
एंथोनी कालिया ऐसा क्रूरकर्मा था कि उसका नाम आतंक का पर्यायवाची था। वो जितना खतरनाक था, जैसी उसकी हरकतें थीं, ठीक वैसा ही उसका अंत हुआ। अदालत के बाहर पुलिस ने घेर कर कर दिया उसका खेल खल्लास।
एंथोनी कालिया न ये देखता था कि कौन कितना बड़ा गिरोहबाज है, कौन कितना बड़ा उद्योगपति या नेता है। एंथोनी कालिया तो बस कालिया था, जो किसी से भी उलझने की ताकत रखता था।
जिस दिन फिल्म कालिया आई और अमिताभ बच्चन कालिया के किरदार में जेल तोड़ कर भागते दिख रहे थे, उसी दिन अकोला जेल की दीवारों के पीछे गिरोहबाज कालिया भी वही कर रहा था। उसे कालिया नाम जेल फरारी कांड से ही मिला था। असली नाम एंथोनी वीरस्वामी जॉन था।
कालिया ने सबसे बड़े डॉन वरदा भाई का माल भरा ट्रक दक्षिण मुंबई इलाके से लूटा। अंडरवर्ल्ड भी कालिया एंथोनी के कारनामे से दहल गया। वरदा ने कालिया को माल के बदले 4 लाख रुपए चुकाए।
कालिया को पुलिस ने अदालत में मारा। कालिया भी काले संसार की अतल कालिमा में काले कारनामों समेत जा मिला। उसका खेल भी वैसे ही खत्म हुआ, जैसा अंडरवर्ल्ड के काले प्रेतों का हमेशा होता है। वह भी उसी खेल का खिलाड़ी बना, जिसे कहते हैं – खेल खल्लास।
जब कालिया का अंत आया तो कोई काम न आया। न संगी-साथी… न हथियार… न वकील… न शातिराना हरकतें… पूरी कहानी के लिए पढ़ें – खेल खल्लास।