डी-कंपनी की अवैध इमारतें – 6 – सर बंधुओं की अवैध इमारत का जलवा
- बच्चों को पढ़ाते-पढ़ाते बनाने लगे अवैध इमारत
- मिनारा मस्जिद के सामने बना रहे हैं अवैध इमारत
- तीन को 10 मंजिल बनाएंगे सर बंधु अवैध रूप से
- सलीम फ्रूट ने लगाए हैं इस अवैध इमारत में पैसे
विवेक अग्रवाल
मुंबई, 15 दिसंबर 2015।
इमारत क्रमांक 51, 44-ए इमारत के सामने, मेमनवाड़ा रोड, मोची चॉल, मिनारा मस्जिद के सामने, मुंबई 3 इमारत का निर्माण शाहबिद सर और रिजवान सर नामक दो सगे भाई मिल कर कर रहे हैं। इस इमारत को अभी तक महज तोड़ा गया है, जैसे ही हालात ठीक होंगे, उस पर अवैध रूप से एक बहुमंजिला इमारत तामीर हो जाएगी।
शाहिद सर और रिजवान सर इस इलाके में बड़े प्रसिद्ध हैं। ये अब पुरानी इमारत लेकर तोड़ते हैं और उस पर अवैध रुप से नई इमारत तामीर करने का काम करने लगे हैं।
ये दोनों भाई इस इलाके में सर उर्फ नाम से पहचाने जाते हैं क्योंकि शाहिद पहले इलाके की ही एक नर्सरी स्कूल में बच्चों को पढ़ाता था। इसके कारण वह शाहिद सर के रूप में पहचाना जाता था। उसके कारण ही बड़े भाई रिजवान को भी उर्फ नाम सर मिल गया।
इस काम में डी-कंपनी के सिपहसालार सलीम फ्रूट का हाथ होने की सूचना भी मिल रही है। दो माह पहले ही इसे तोड़ा है। पहले यह महज 3 मंजिला इमारत थी, जिसे कम से कम 8 और अधिकतम 10 मंजिला बनाने की तैय्यारी दिख रही है।
पता चला है कि सर बंधुओं ने बड़ी रकम का निवेश करने के बदले में सलीम फ्रूट को कुछ मंजिलें देने का सौदा किया है।
सूत्रों के मुताबिक आज इस इमारत का 8 से 10 हजार रुपए प्रति वर्ग फुट का भाव मिलेगा। यह भी लगभग 2000 वर्ग फुट की इमारत है।