चित्रकूट में दस्यु साम्राज्य का खात्मा डकैत गौरी यादव की मौत से
अंकित तिवारी
इलाहाबाद, 30 अक्तूबर 2021
– छह दशक बाद दस्युविहीन हुआ जनपद
– एसटीएफ की गोली से डकैतों के अंतिम अध्याय का अंत, क्षेत्र में खुशी की लहर
– रात्रि के तीसरे पहर गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंजा बीहड़
चित्रकूट-पाठा के बीहड़ जंगल दस्युओं के लिए मुफीद माने जाते हैं, जिसके चलते करीब छह दशक से डकैतों ने पनाहगाह बना रखा था। इस इलाके में यूपी एसटीएफ ने डकैती के आखिरी अध्याय का अंत कर दिया है। देर रात बहिलपुरवा थाना क्षेत्र के माडौ बांध में एसटीएफ से हुई मुठभेड़ में मारे गये दस्यु गौरी यादव का मानिकपुर क्षेत्र में काफी आतंक था। विगत छह दशक से दस्युओं के दंश को झेल रहे जनपद को दस्यु गौरी यादव के खात्मे से छुटकारा मिल गया।
राजनीति पर गहरी पकड़
डी गैंग सरगना ददुआ उर्फ शिवकुमार, ठोकिया, बलखड़िया, छोटा पटेल, गुड्डा पटेल आदि के खात्मे के बाद दुर्दांत दस्यु गौरी यादव ददुआ औऱ ठोकिया की तरह ही इलाके की राजनीति पर भी अच्छी पकड़ रखता था।
गौरी यादव ने अपनी हनक के दम पर पिछली बार अपनी मां को प्रधान बनाया था। प्रधान, लोकसभा व विधानसभा के चुनाव पर भी अच्छे-खासे वोट बैंक का इस्तेमाल करता था। इसी के चलते पाठा में साम्राज्य स्थापित कर 10 वर्षों से जंगलों पर एक छत्रराज कर रहा था।
एके 47 से लैस था गौरी
दस्यु गौरी यादव एके 47 जैसे अत्याधुनिक असलहे से लैस था। उसका मुखबिर तंत्र भी काफी मजबूत था। इसके चलते चित्रकूट पुलिस को हर बार चकमा देकर बच जाता था। यूपी एसटीएफ को शुक्रवार व शनिवार की दरमियानी रात को बड़ी सफलता मिल गयी।
बताया जा रहा है कि दस्यु गौरी यादव बेलहरी थाना मारकुंडी के माड़ो बाध के ऊपर जंगल मे अपने साथियों के साथ मौजूद था। एसटीएफ ने सूत्रों के जरिये हासिल सूचना के बाद जंगल मे घेराबंदी कर दुर्दांत गिरोह सरगना को मुड़भेड़ के दौरान मारने में कामयाबी हासिल की।
एसटीएफ ने मारा
कुख्यात डकैत रहे दस्यु ददुआ, ठोकिया को मुठभेड़ में मारने के बाद आखिरी बचे डकैत गौरी यादव को ठोकने का सेहरा भी एडीजी एसटीएफ अमिताभ एस के सिर सजा।
डकैत के मारे जाने के बाद क्षेत्र में खुशी की लहर फैल गयी।
एसटीएफ के हाथों ढेर हुए साढ़े पांच लाख के इनामियाँ डकैत दस्यु गौरी यादव के ऊपर चार दर्जन से अधिक आपराधिक मामले उप्र व मप्र में दर्ज है। इसके पास से एके 47, सेमी ऑटोमेटिक रायफल, 12 बोर सिंगल बैरल, 315 बोर तमंचा, एक मैगजीन व 150 से ज्यादा कारतूस, मोबाइल बरामद हुआ है।
घटनास्थल पर एसटीएफ आईजी अमिताभ एस, पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल, उप जिलाधिकारी मानिकपुर प्रमेश श्रीवास्तव, सीओ मऊ, मारकुंडी व बहिलपुरवा पुलिस मौजूद रहे।
“मेरे बेटे को पुलिस ने बनाया – मिटाया” – मां राजरानी
मृतक डकैत की माँ राजरानी पत्नी बाबू लाल यादव निवासी बड़ी बेलहरी थाना बहिलपुरवा का दावा है कि उसके बेटे गौरी को पुलिस का संरक्षण प्राप्त था। उसे जो भी बनाया पुलिस ने बनाया और उसी ने उसका अंत किया है। मां राजरानी वर्ष 2016 में ग्राम पंचायत ददरी माफी की प्रधान रह चुकी है।
दस्यु गौरी यादव के दो बेटे, दो बेटियां है। दोनों लड़कियों की शादियां हो चुकी है। गौरी के बागी होने के बाद उसकी पत्नी हीराकली अपने मायके में रहती है।