बांद्रा में इतनी भीड़ क्यों उमड़ी थी?
मुंबई में मंगलवार 14 अप्रैल 2020 को दोपहर बाद बांद्रा टर्मिनस के पास हजारों लोगों की भीड़ जमा हो गई। पुलिस को बल प्रयोग कर उसे हटाना पड़ा। अब लोग तरह-तरह के कयास लगा रहे हैं। इस घटना को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश हो रही है।
हकीकत यह है कि सोमवार को एबीपी माझा नामक टीवी चैनल के राजनीतिक संपादक राहुल कुलकर्णी ने खबर चलाई कि प्रवासी कामगारों के लिए एक विशेष ट्रेन चलने वाली है। बगैर किसी ठोस जानकारी के यह अपुष्ट खबर प्राइम टाइम के दौरान चली।
एबीपी की वेबसाइट पर उन स्टेशनों का भी उल्लेख किया गया, जहां से विशेष ट्रेन रवाना होने वाली थी। इस बीच एबीपी के हिंदी चैनल ने खबर चलाई कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे अपने घर में सो रहे हैं।
एबीपी चैनल पिछले पांच-छह साल से मोदी-शाह की जमकर चापलूसी कर रहा है। एबीपी माझा इसी का मराठी संस्करण है, जो पूरी तरह पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस की गोद में बैठा हुआ था।
अब सरकार बदल चुकी है और फडनवीस सत्ता से बाहर हो चुके हैं, इसलिए एबीपी माझा अपना धीरज खो रहा है। यही कारण रहा कि एबीपी ने गलत खबर चलाई और उसकी अफवाह की चपेट में हजारों लोग आ गए।
श्रषिकेश राजोरिया
15 अप्रैल 2020
एबीपी माझा का कहना है कि उन्होंने खबर भारतीय रेलवे के एक पत्र के आधार पर चलाई थी, जिसमें जनसुविधा एक्सप्रेस ट्रेन चलाने के लिए आंतरिक तैयारियों के संदर्भ में अधिकारियों ने आपस में भेजा था – संपादक
लेख में प्रकट विचार लेखक के हैं। इससे इंडिया क्राईम के संपादक या प्रबंधन का सहमत होना आवश्यक नहीं है – संपादक