Drugs Bollywood: कंपोज से कोकीन तक पहुंचा बॉलीवुड
गणेश नंदन तिवारी
मुंबई, 7 मई 2001।
फिल्म अभिनेता फरदीन खान के कोकीन इस्तेमाल करने के बात कबूल करने के बाद फिल्म जगत में सनसनी है। चाहे फरदीन के पिता फिरोज खान हंसते हुए इस बात को सामान्य बात कह रहे हों लेकिन मुंबई फिल्म जगत की कोकीन कांड से नींद उड़ गई है। निजी चर्चाओं का विषय है कि बालीवुड कंपोज से कोकीन कैसे पहुंच गया।
फरदीन को लेकर ‘कितने दूर कितने पास’ फिल्म बना रहे फिल्म – निर्देशक मेहुल कुमार भी इसे बालीवुड के लिए अच्छा संकेत नहीं बताते, ‘हालांकि फरदीन खान अपनी गलती मान रहे हैं। फिर भी इसे अच्छा संकेत नहीं कहा जा सकता। उसके साथ मैने काफी शूटिंग की मगर मुझे महसूस नहीं हुआ कि वह किसी प्रकार के नशा करता है। जहां तक मेरी फिल्म का सवाल है, हम अगले महीने से शेड्यूल लगा रहे हैं।’
तेज रोशनी वाले रिफ्लेक्टरों और पांच से सात घंटे लगातार कैमरे के सामने काम करने वाले सितारे अक्सर तनाव का शिकार हो जाते हैं। अभिनेता महमूद बड़ी मात्रा में कम्पोज की गोलियां लिया करते थे। वह इसे स्वीकार भी किया करते रहे हैं। फिल्म अभिनेता गोविंदा भी स्वीकार कर चुके हैं कि अत्याघुनिक काम करने से उनकी मानसिक स्थिति पर बुरा असर पड़ने लगा था। इसके चलते वह बड़ी मात्रा में कम्पोज की गोलियां लेते थे। संजय दत्त तो नशे के मकड़जाल में कापी गहरे तक फंस चुके थे।
हालांकि कोकीन कांड पर जल्द ही फिल्मवाले किसी तरह की प्रतिक्रिया देने आगे नहीं आ रहे हैं। मगर कुछ लोग है जो अपना नाम न छापने की शर्त पर बताते हैं नशे की यह लत बालीवुड में बड़े पैमाने पर है। अगर जल्द ही इस पर गंभीरता से नहीं सोचा गया तो परिणाम काफी खतरनाक हो सकते हैं। एक फिल्म निर्देशक के मुताबिक, ‘यह सामान्य घटना नहीं है। बालीवुड में कोकीन की कप्लाई साबित करती है कि कम्पोज का जमाना पीछे छूट गया और कोकीन जैसे महंगे नशे हावी हो रहे हैं।’
एक वरिष्ठ निमाता के मुताबिक, ‘फरदीन की स्वीकारोक्ती आंखें खोलने वाली है। उन्होने तीन साल में मात्र तीन फिल्मों में ही काम किया है। फिलहाल वह तीन से चार फिल्मों में काम कर रहे हैं। काम का उन पर ज्यादा लोड नहीं हैं। अगर वह ‘फ्रेश’ महसूस करने के लिए कोकीन इस्तेमाल कर रहे हैं, तो उन सितारों के तनाव का स्तर क्या होगा जो दो से तीन शिफ्टों में काम कर रहे हैं? जिनके पास एक बड़ी संख्या में फिल्में हैं। जिनपर प्रतियोगिता में बने रहने का ‘प्रेशर’ है। हर शुक्रवार अपनी फिल्म प्रदर्शन पर जिनकी धड़कने तेज हो जाती है।’
कोकीन कांड में फरदीन के फंसने से बालीवुड पर क्या परिणाम होंगे, इस बारे में प्रमुख वितरक का कहना है, ‘यहां बड़े से बड़ा कांड होता है। नामी सितारे ऐसी स्थितियों में फंसते रहे हैं कि निर्माता का खून सूख जाए। मगर कुछ नहीं होता। फरदीन तो उभरते सितारे हैं। उनके पास आधा दर्जन से अधिक फिल्में नहीं हैं। फिलहाल वह ऐसी स्थिति में नहीं आए हैं कि बालीवुड को प्रभावित कर सकें। वह कुछेक दिनों का हंगामा भर है। फरदीन उस पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करते हैं जो अमरीका में बिजनेस मैनेजमेंटच का कोर्स करके कला की दुनिया में आए हैं। और कोकीन के बारे में भी कहा जाता है कि वह अमरीका और कोलंबिया से अंडरवर्ल्ड के जरिए दूसरे देशों में पहुंचती हैं कि इस तरह के नशों को बालीवुड से कैसे दूर रखा जाए।’
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो को संदेह है कि बालीवुड में कुछ और फिल्मवाले भी हैं जो इस महंगे और अंडरवर्ल्ड के जरिए भारत पहुंच रहे नशे का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस संदेह ने बालीवुड को कश्मकश में डाल दिया है।
दूसरी ओर खूद ब्यूरो भी संदेह से नहीं बच पा रहा है। एक चैनल ने उसकी मात्रा आधा किलो बताई थी, तो दूसरे ने एक पाव। ब्यूरो के बयानों में कोकीन की मात्रा तोला भर ही है। जिसमें से फरदीन एकाध खुराक कोकीन खरीदना चाहते थे।
(यह खबर जनसत्ता में प्रथम प्रकाशित)