गिरोहबाज अबू सालेम के भाई कलीम की दुबई में मौत
संवाददाता
मुंबई, 28 सितंबर 2015।
संगठित गिरोह सरगना अबू सालेम के भाई अब्दुल कलीम अंसारी (58) की रविवार को दुबई के एक अस्पताल में मौत हो गई। उसे एक महीने पहले दिल का दौरा पड़ने के बाद अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती किया था।
सूत्रो कें मुताबिक सन 1996 में गुलशन कुमार हत्याकांड के बाद सुर्ख़ियो में आए गिरोह सरगना अबू सालेम की पहचान एक बेहद खतरनाक गिरोहबाज के रूप में सामने आई थी। तब वह डी-कंपनी का का सिपहसालार होता था। वह दाऊद इब्राहिम का सबसे ताकतवर हमलावर बांह माना जाता था।
2002 में पुर्तगाल के शहर लिस्बन में अबू सालेम और फिल्मी अदाकारा मोनिका बेदी की गिरफ़्तारी के बाद दोनों को वहां सजा हो गई। सजा पूरी होने के बाद 2005 में दोनों को मुंबई पुलिस को सौंपा गया था। सालेम की गिरफ़्तारी से पहले उसके साथ कलीम लंदन व अमेरिका में साथ-साथ काफी समय तक रह चुका था। पुलिस अधिकारी बताते हैं कि कई मामलों में अबू सालेम और कलीम ने साथ मिल कर काम किया था। यह बात और है कि कलीम के मामले में पुलिस के पास कोई पुख्ता सबूत आज तक नहीं थे।
अबू सालेम की गिरफ्तारी के बाद अब्दुल कलीम उर्फ़ कलीम भाई ने अपना ही एक गिरोह खड़ा कर लिया था। इसे वह दुबई में रहते हुए चलाता था। पुलिस अधिकारी बताते हैं कि कई बिल्डरों को धमकियां देने और विवादित संपत्तियों व जमीनों के मामलों में मांडवली करके विगत दो दशकों में कलीम ने खासी कमाई की थी।
विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक दुबई में रहने वाले कलीम की कुछ समय से आर्थिक हालत ठीक नहीं थी। उसे यह डर था कि मुंबई पुलिस कभी भी उसे किसी न किसी मामले में गिरफ्तार कर लेगी, इसी डर से वह भारत लौट ही नहीं रहा था।
खुफिया सूत्रों के मुताबिक अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से खर्च के लिए धन हासिल कर कलीम दुबई में ही रह रहा था। उसके करीबी बताते हैं कि रमजान के बाद कलीम को दिल का दौरा पड़ा, तो उसे दुबई के शेख रशीद अस्पताल में भर्ती किया। पिछले एक माह से कलीम की हालत चिंताजनक थी। रविवार सुबह शेख रशीद अस्पताल में अब्दुल कलीम ने दम तोड़ दिया।
पारीवारिक सूत्रों के मुताबिक अब्दुल कलाम का शव सोमवार को भारत पहुंचेगा, जिसे उत्तरप्रदेश में उसके रिश्तेदारों को अंतिम संस्कार के लिए सौंपा जाएगा। उसका अंतिम संस्कार आजमगढ़ के पुश्तैनी गांव में ही किया जाएगा।
मुंबई पुलिस के अधिकारी इस खबर की आधिकारिक पुष्टि नहीं कर रहे हैं। उनके मुताबिक अभी तक आधिकारिक तौर पर इस बारे में दुबई सरकार से कोई जानकारी हासिल नहीं हुई है, न ही उनके परिवार से ऐसी कोई सूचना मिल पाई है। यह बात और है कि यह सूचना मिलने पर भी मुंबई पुलिस अपनी तरफ से इसकी पुष्टी करवाएगी ताकी जिन मामलों में वह सामिल था, उसके दस्तावेज में यह दर्ज किया जा सके।