दो साधुओं सहित तीन लोगों की मौत के लिए प्रधानमंत्री मोदी जिम्मेदार?
महाराष्ट्र में गुरुवार 16 अप्रैल 2020 की देर रात पालघर जिले में भीड़ के हमले से दो साधुओं सहित तीन लोगों की मौत हो गई। इसके लिए सीधे तौर पर आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जिम्मेदार हैं। अगर मोदी लॉक डाउन आगे बढ़ाने का फैसला नहीं करते तो यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना नहीं होती।
मुंबई में कांदिवली स्थित आश्रम के साधु महाराज कल्पवृक्ष गिरी और सुशील गिरी एक संत की अंत्येष्टि में शामिल होने कार से सूरत जा रहे थे। ड्राइवर नीलेश तेलगडे कार चला रहा था।
लॉकडाउन के कारण हाईवे बंद था, इसलिए वसई, पालघर, दादरा नगर हवेली, वापी, नवसारी के ग्रामीण इलाकों के रास्तों से वे सब सूरत पहुंचना चाहते थे।
लॉकडाउन के दौरान दिन में रोकने की आशंका के कारण वे रात में निकले। दादरा – नगर हवेली की सीमा पर उन्हें पुलिस ने रोक दिया।
तब वे तब तक महाराष्ट्र के गड़चिंचली क्षेत्र में प्रवेश कर गए, जो दुर्गम इलाका है। यह क्षेत्र पालघर जिला मुख्यालय से करीब 110 किलो मीटर दूर है। इस क्षेत्र में रात में चोरों के घूमने की अफवाह फैली हुई थी।
गांव के लोगों ने साधुओं को चोर समझ कर हमला कर दिया। गड़चिंचली ग्राम पंचायत पर 10 साल से भाजपा का कब्जा है। चित्रा चौधरी सरपंच हैं।
गांव के लोगों ने जब साधुओं की गाड़ी पर हमला किया, तब वन विभाग के एक कर्मचारी ने पुलिस को सूचना दी।
ग्रामीणों ने पुलिस पर भी हमला किया, कुछ पुलिसकर्मी घायल हुए। कुछ लोगों ने मोबाइल से घटना का वीडियो भी बना लिया।
घटना के बाद पुलिस ने 110 लोग हिरासत में लिए हैं। ज्यादातर गिरफ्तार लोग भाजपा कार्यकर्ता हैं। दो पुलिस अधिकारी निलंबित किए जा चुके हैं।
इस घटना को राजनीतिक मोड़ देते हुए महाराष्ट्र सरकार को कठघरे में खड़ा करने की कोशिश की जा रही है जबकि दोषी केंद्र सरकार है। वे साधु दादरा नगर हवेली तक पहुंच गए थे, जो केंद्र शासित क्षेत्र है। वहां की पुलिस साधुओं को सुबह तक रोक सकती थी। आधी रात को वापस महाराष्ट्र भेजने की क्या जरूरत थी? और जब मुंबई से सूरत के बीच इतना शानदार हाईवे बना हुआ है, तो साधुओं को दुर्गम रास्ते से क्यों जाना पड़ा? मोदी के एक फरमान के कारण।
देश में पूरी तरह लॉकडाउन है। हाईवे जैसे प्रमुख रास्तों पर भी लॉकडाउन है। जैसे कोरोना वायरस हाईवे से सफर करता है।
कोरोना से निबटने का इरादा ठीक है, लेकिन लॉकडाउन के कारण बनी परिस्थितियों में जो मनुष्य निबट रहे हैं, उसके लिए जिम्मेदार कौन? सिर्फ और सिर्फ नरेंद्र मोदी।
देश के समस्त साधु-संतों को पालघर जिले में हुई दो साधुओं की मौत के लिए मोदी से जवाब तलब करना चाहिए। देवेंद्र फड़नवीस सहित जो भाजपा नेता मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं, उन्हें प्रधानमंत्री मोदी से इस्तीफे की मांग करनी चाहिए।
श्रषिकेश राजोरिया
20 अप्रैल 2020
सोशल मीडिया पर फैली फेक न्यूज इस लेख में बताए अपराध के लिए एक बार फिर जीत गई। – संपादक
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लेख में प्रकट विचार लेखक के हैं। इससे इंडिया क्राईम के संपादक या प्रबंधन का सहमत होना आवश्यक नहीं है – संपादक